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Published: December 16
कॉरपोरेट एफडी का कारोबार हो सकता है मंदा
इक्विटी बाजार सुधरने से आने वाले दिनों में कॉरपोरेट एफडी (फिक्स डिपॉजिट) के कारोबार में कमी आ सकती है। इसकी प्रमुख वजह यह है कि कंपनियों के लिए अब बाजार के जरिए पूंजी जुटाना आसान हो गया है। सुधरते बाजार को देखते हुए ही कंपनियां अब अपने फिक्स डिपॉजिट की ब्याज दरों में भी कमी कर रही है। इसके अलावा, कई कंपनियों ने कॉरपोरेट एफडी के जरिए जमा लेना भी बंद कर दिया है। वित्त वर्ष 2008-09 में जहां कॉरपोरेट एफडी पर मिलने वाला ब्याज 11-13 फीसदी के बीच रहा था, वह अब घटकर 8-11 फीसदी के बीच आ गया है।
एसएमसी कैपिटल कैपिटल्स लिमिटेड के इक्विटी हेड जगन्नाधम तुगुनुंथला ने बिजनेस भास्कर को बताया कि वैश्विक आर्थिक संकट की वजह से इक्विटी बाजार से कंपनियों के लिए पूंजी जुटाना मुश्किल हो गया था।
इसे देखते हुए कंपनियों ने फिक्सड डिपॉजिट के जरिए पूंजी जुटाई थी जिसमें जय प्रकाश एसोसिएट्स, यूनीटेक, जे.के.टायर सहित 58 कंपनियों ने वर्ष 2009 में पूंजी जुटाई। इन कंपनियों ने औसतन 11-13 फीसदी की दर पर ब्याज भी दिया, वो भी 6 से 3 साल की अवधि पर दिया है। इसे देखते हुए निवेशकों के लिए भी कॉरपोरेट एफडी में निवेश करना फायदेमंद रहा था। अब बाजार सुधरता देख कंपनियां एनसीडी, क्यूआईपी और आईपीओ, एफपीओ जैसे स्रोतों को अपना रही हैं। ये स्रोत कंपनियों के लिए काफी सस्ते पड़ते हैं। इसी वजह से आने वाले दिनों में कारपोरेट एफडी से पूंजी जुटाना कंपनियां कम कर सकती है।
आर.आर. इंवेस्टर्स कैपिटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के आदित्य काचरु ने बताया कि कारपोरेट एफडी की ब्याज दरें पिछले साल की तुलना में दो से तीन फीसदी कम हुई है। इसके बावजूद अभी भी अन रेटेड कंपनियां अच्छा रिटर्न दे रही है। हालांकि कई कंपनियां अब बाजार सुधरता देख एफडी के विकल्प को बंद कर रही है। जय प्रकाश एसोसिएट्स का एफडी जो निवेशकों के लिए सबसे अच्छा विकल्प था, उसे अब केवल कंपनी शेयरधारकों के लिए कर दिया है। इसी तरह जगजीत इंडस्ट्रीज ने भी केवल अब रीन्यूवल का विकल्प रखा है। इसे देखते हुए ऐसा अनुमान है कि आने वाले एक से दो महीनों में कई कंपनियां एफडी के जरिए पूंजी जुटाने के विकल्प को बंद कर सकती है।
श्री राम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक उमेश रेवांकर ने बताया कि इस समय श्री राम ट्रांसपोर्ट 9-10 फीसदी की ब्याज दर पर जमा ले रही है।
जहां कंपनियों द्वारा एफडी कम लेने का सवाल है, तो बाजार में अब काफी तरलता आ गई है। ऐसे में कंपनियां कारपोरेट एफडी को कम तवज्जो देगी। श्री राम ट्रांसपोर्ट इसे जारी रखेगी।
एसएमसी कैपिटल कैपिटल्स लिमिटेड के इक्विटी हेड जगन्नाधम तुगुनुंथला ने बिजनेस भास्कर को बताया कि वैश्विक आर्थिक संकट की वजह से इक्विटी बाजार से कंपनियों के लिए पूंजी जुटाना मुश्किल हो गया था।
इसे देखते हुए कंपनियों ने फिक्सड डिपॉजिट के जरिए पूंजी जुटाई थी जिसमें जय प्रकाश एसोसिएट्स, यूनीटेक, जे.के.टायर सहित 58 कंपनियों ने वर्ष 2009 में पूंजी जुटाई। इन कंपनियों ने औसतन 11-13 फीसदी की दर पर ब्याज भी दिया, वो भी 6 से 3 साल की अवधि पर दिया है। इसे देखते हुए निवेशकों के लिए भी कॉरपोरेट एफडी में निवेश करना फायदेमंद रहा था। अब बाजार सुधरता देख कंपनियां एनसीडी, क्यूआईपी और आईपीओ, एफपीओ जैसे स्रोतों को अपना रही हैं। ये स्रोत कंपनियों के लिए काफी सस्ते पड़ते हैं। इसी वजह से आने वाले दिनों में कारपोरेट एफडी से पूंजी जुटाना कंपनियां कम कर सकती है।
आर.आर. इंवेस्टर्स कैपिटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के आदित्य काचरु ने बताया कि कारपोरेट एफडी की ब्याज दरें पिछले साल की तुलना में दो से तीन फीसदी कम हुई है। इसके बावजूद अभी भी अन रेटेड कंपनियां अच्छा रिटर्न दे रही है। हालांकि कई कंपनियां अब बाजार सुधरता देख एफडी के विकल्प को बंद कर रही है। जय प्रकाश एसोसिएट्स का एफडी जो निवेशकों के लिए सबसे अच्छा विकल्प था, उसे अब केवल कंपनी शेयरधारकों के लिए कर दिया है। इसी तरह जगजीत इंडस्ट्रीज ने भी केवल अब रीन्यूवल का विकल्प रखा है। इसे देखते हुए ऐसा अनुमान है कि आने वाले एक से दो महीनों में कई कंपनियां एफडी के जरिए पूंजी जुटाने के विकल्प को बंद कर सकती है।
श्री राम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक उमेश रेवांकर ने बताया कि इस समय श्री राम ट्रांसपोर्ट 9-10 फीसदी की ब्याज दर पर जमा ले रही है।
जहां कंपनियों द्वारा एफडी कम लेने का सवाल है, तो बाजार में अब काफी तरलता आ गई है। ऐसे में कंपनियां कारपोरेट एफडी को कम तवज्जो देगी। श्री राम ट्रांसपोर्ट इसे जारी रखेगी।
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